मानवता शर्मसार: पिता के अंतिम संस्कार को लेकर भाइयों में विवाद, शव के टुकड़े की मांग!
मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। पिता के अंतिम संस्कार को लेकर दो भाइयों के बीच इतना भयंकर विवाद हुआ कि बड़े भाई ने पिता के शव का आधा हिस्सा मांग लिया। यह घटना न केवल पारिवारिक विवाद को उजागर करती है, बल्कि समाज में बढ़ती संवेदनहीनता को भी दर्शाती है।
घटना का विवरण
मामला टीकमगढ़ जिले के लिधोराताल गांव का है, जहां 84 वर्षीय ध्यान सिंह चौधरी का निधन हो गया। ध्यान सिंह अपने छोटे बेटे देशराज के साथ रहते थे, जो उनकी देखभाल भी करता था। जैसे ही बड़े बेटे किशन को पिता की मृत्यु की खबर मिली, वह गांव पहुंचा और अंतिम संस्कार को लेकर विवाद शुरू कर दिया।
बड़े बेटे किशन का दावा था कि वह अपने पिता का अंतिम संस्कार करेगा, जबकि छोटे बेटे देशराज ने कहा कि पिता की आखिरी इच्छा थी कि उनका अंतिम संस्कार उसी गांव में किया जाए, जहां वे रहते थे।
शव के टुकड़े की मांग!
भाइयों के बीच बहस इतनी तीखी हो गई कि बड़े बेटे किशन ने पिता के शव को दो हिस्सों में बांटकर अंतिम संस्कार करने की मांग कर दी। यह सुनकर गांववाले और पुलिस भी हैरान रह गए।
पुलिस की दखलअंदाजी
गांव के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों भाइयों को समझाया और अंततः छोटे बेटे देशराज को पिता का अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी।
विवाद की असली वजह – संपत्ति?
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह विवाद सिर्फ अंतिम संस्कार का नहीं था, बल्कि संपत्ति के बंटवारे का भी था। दोनों भाइयों के बीच पिता की संपत्ति को लेकर पहले से ही तनाव था, जो इस घटना में सामने आया।
समाज की प्रतिक्रिया
इस घटना ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या हम रिश्तों से ज्यादा संपत्ति को महत्व देने लगे हैं? यह घटना न केवल पारिवारिक विवाद को दर्शाती है, बल्कि समाज में बढ़ती संवेदनहीनता को भी उजागर करती है।
निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि समाज के लिए एक सबक है। क्या हम रिश्तों से ज्यादा संपत्ति और अधिकारों को अहमियत देने लगे हैं? आपका इस घटना पर क्या कहना है? हमें कमेंट में बताएं।