क्रेजी (Crazy) एक ऐसी फिल्म है जो न सिर्फ अपने अनोखे नैरेशन बल्कि नए तरीके की फिल्म मेकिंग स्टाइल से भी ध्यान आकर्षित करती है। इस फिल्म में कोई बहुत बड़ी स्टार कास्ट नहीं है, लेकिन इसके बावजूद ऑडियंस इसे देखने थिएटर तक खिंची चली आई।
फिल्म की कहानी (Crazy Movie Storyline)
Crazy फिल्म की कहानी डॉक्टर अभिमन्यु सूत के इर्द-गिर्द घूमती है, जो पेशे से एक सर्जन हैं। कहानी की शुरुआत होती है जब वह ₹5 करोड़ की बड़ी रकम लेकर घर से निकलते हैं, लेकिन अचानक एक ऐसी स्थिति में फंस जाते हैं जहां उन्हें यह तय करना होता है कि वह अपनी बेटी को बचाएं या अपनी रेपुटेशन और करियर को।
- सर्जरी स्कैंडल: डॉक्टर अभिमन्यु की वजह से 12 साल की एक लड़की की मौत हो जाती है और वह इसे छिपाने के लिए फैमिली को ₹5 करोड़ देकर केस सेटल करना चाहते हैं।
- बेटी का किडनैप: इस बीच उनकी बेटी का अपहरण हो जाता है, और किडनैपर 5 करोड़ की डिमांड करता है।
- प्रेशर और संघर्ष: अब डॉक्टर अभिमन्यु के पास दो ही रास्ते हैं – या तो बेटी को बचाने के लिए पैसे दें और जेल जाएं या फिर रेपुटेशन बचाएं और बेटी को खो दें।
फिल्म मेकिंग और डायरेक्शन (Crazy Movie Direction & Filmmaking)
फिल्म को एक डिफरेंट सिनेमा एक्सपीरियंस देने के लिए कई अनोखे फिल्म मेकिंग टेक्निक्स अपनाए गए हैं:
- फोन कॉल्स के जरिए कहानी आगे बढ़ती है – फिल्म में कई किरदार सिर्फ वॉइस ओवर के जरिए मौजूद हैं, जैसे टीनू आनंद, शिल्पा शुक्ला, निमिष सजन।
- स्क्रीन प्ले टाइट और एंगेजिंग – फिल्म सिर्फ 1 घंटा 33 मिनट की है, जिससे कहानी कभी स्लो महसूस नहीं होती।
- डार्क ह्यूमर का तड़का – सीरियस सिचुएशन के बीच भी डार्क कॉमेडी नजर आती है, जो फिल्म को और दिलचस्प बनाती है।
एक्टिंग और परफॉर्मेंस (Crazy Movie Cast & Acting Review)
- सोहम शाह – बतौर लीड एक्टर सोहम शाह ने फिल्म में दमदार परफॉर्मेंस दी है। उनके एक्सप्रेशंस और इमोशनल गहराई साफ झलकती है।
- सह-कलाकार (Supporting Cast) – अन्य किरदार वॉइस ओवर में ही नजर आते हैं, लेकिन उनकी मौजूदगी कहानी में गहराई जोड़ती है।
म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर (Crazy Movie Music & BGM)
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर इसकी थ्रिलर फील को और मजबूत बनाता है। सुखविंदर सिंह का गाना कहानी के साथ बहुत अच्छा ब्लेंड होता है और फिल्म के इमोशनल टोन को सही ढंग से पेश करता है।
फिल्म के बेस्ट सीन (Crazy Movie Best Scenes)
» डबल टेंशन सीन: जब अभिमन्यु अपनी बेटी को बचाने के लिए किडनैपर से बात कर रहे होते हैं, वहीं दूसरी तरफ हॉस्पिटल में एक सर्जरी को फोन पर इंस्ट्रक्शन दे रहे होते हैं।
» ट्रैफिक जाम सीन: एक जगह पर डॉक्टर अपनी रेंज रोवर में ट्रैफिक में फंस जाते हैं, और उनकी फ्रस्ट्रेशन ऑडियंस तक पहुंचती है।
फिल्म का तोड़ (Crazy Movie Analysis & Verdict)
पॉजिटिव:
• Different Story Telling – बिना ज्यादा कैरेक्टर दिखाए भी फिल्म एंगेजिंग बनी रहती है।
• Thriller + Dark Humor – सस्पेंस और हल्के-फुल्के मजाक का सही बैलेंस।
• Short And Tight Screenplay – सिर्फ 1 घंटे 33 मिनट में दमदार कहानी।
नेगेटिव:
• Melodramatic Climax – कुछ लोगों को क्लाइमैक्स थोड़ा ज्यादा ड्रैमेटिक लग सकता है।
• Lack Of Commercial Appeal – फिल्म मास ऑडियंस के लिए नहीं है, बल्कि सीरियस सिनेमा प्रेमियों के लिए बनी है।
फ़ाइनल रेटिंग (Crazy Movie Rating)
4/5 ⭐⭐⭐⭐ (A Must-Watch Unique Thriller)
क्या आपको Crazy movie देखनी चाहिए?
- अगर आपको “Tumbbad” जैसी फिल्में पसंद हैं और आप थ्रिलर+डार्क ह्यूमर का कॉम्बिनेशन चाहते हैं, तो “Crazy” जरूर देखें।
- ज्ञानी लोग थिएटर में देखने का मौका न छोड़ें, क्योंकि ये री-रिलीज़ नहीं होगी!
यदि आपको बॉलीवुड और अन्य लेटेस्ट न्यूज़ सबसे पहले चाइए, तो हमारी वेबसाइट के दिखने वाले Notification को Allow कर दे।
यह भी पढ़े:
Chhatrapati Sambhaji Maharaj: औरंगजेब ने दी थी सबसे क्रूर मौत, लेकिन मराठों ने ऐसे लिया बदला!
Elvish Yadav ने खरीदी 3 करोड़ की G-Wagon 580, जानिए खासियत और यूनिक फीचर्स!